Saturday, August 11, 2007
मै और वो दोनो साथ साथ ही बैठते थे, लेकिन हम दोनो के बीच मे एक लडका बैठा करता था वो बहुत चालू था. मै नही चाह्ता था कि वो लडका हमारे बीच मे बैठे और बल्कि
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यह ब्लोग मै अपने माता-पिता, अपनी पत्नी, मेरी बेटी सबा कमर छोटी बेटी सानिया फ़ातिमा को समर्पित कर रहा हूं आप सब से आशा करता हू कि आप मेरी हौसला अफ़ज़ाइ करेंगे मैं सिर्फ़ और सिर्फ़ आप की दुआओं का तलबगार हू
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