जब मै स्कूल जाता मे था
मै केजी क्लास मे था
एक लडकी जिसका नाम रेहाना वज़ाहर था वो मेरे पास ही बैठती थी
Friday, August 10, 2007
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यह ब्लोग मै अपने माता-पिता, अपनी पत्नी, मेरी बेटी सबा कमर छोटी बेटी सानिया फ़ातिमा को समर्पित कर रहा हूं आप सब से आशा करता हू कि आप मेरी हौसला अफ़ज़ाइ करेंगे मैं सिर्फ़ और सिर्फ़ आप की दुआओं का तलबगार हू
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2 comments:
यह कहानी बहुत अच्छी है
यह कहानी सत्य है और मेरी जीवन की पहली मुहब्बत है जो पाक और साफ़ है
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